खंडन - इस लेख में किये गए व्यंग्य, लेख की रोचकता बनाये रखने के लिये ही किया गया । यदि फिर भी किसी दिल को चोट पहुँचती है तो उसके लिये Indianspolitical.com खेद व्यक्त करता है।
श्री राहुल गांधी जब भी अमेरिका या इंग्लैंड की यात्रा पर जाते हैं वहां के यूनिवर्सिटी में भाषण देते हैं या फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं ना जाने क्यों बीजेपी पार्टी, उनके नेता, गोदी मीडिया सबके पेट में दर्द होने लगता है और वे उनकी बातों को तोड़ मरोड़कर उनके खिलाफ राष्ट्र का अपमान किया, देशद्रोही हैं आदि अनाप शनाप बोलने लगतें है। आम लोग इसे मजाक में लेते थे उन्हें लगता था कि ऐसा अपने पार्टी के प्रिय Nonbiological नेता को विदेशी यूनिवर्सिटी द्वारा बुलाने लायक ना समझने की खुन्नस और प्रेस कॉन्फ्रेंस ना ले पाने की उनकी महान प्रजातांत्रिकीय कमजोरी से उपजी कुंठा और हताशा है जो राहुल गाँधी के खिलाफ अभिव्यक्त हो रही है। लेकिन अमेरिका की इस बार की यात्रा पर भारत में बीजेपी के नेताओं और गोदी मीडिया ने जो बवाल मचाया है वो खुन्नस और मजाक तक ही सीमित नहीं रही है बल्कि कहीं ना कहीं श्री राहुल गांधी के खिलाफ खतरनाक षडयंत्र का आभास दे रही है।
कोई उनका हाल उनकी दादी स्व० इन्दिरा गाँधी जैसा करने की धमकी दे रहा है तो कोई उनकी जुबान खीचने वाले को लाखों का इनाम की घोषणा कर रहा है तो कोई जुबान खीचने की बजाय जलाने की बात कर रहा है। सभापति के नाम पर जो कलंक है वो उन्हें मूर्ख बता रहे हैं जबकि केन्द्रीय कैबिनेट के कई मंत्री उन्हें देश द्रोही बतला रहे हैं। एक केन्द्रीय मंत्री श्री रवनीत सिंह बिट्टू ने तो हद ही कर दिया। उनके अनुसार श्री राहुल गांधी देश के नंबर एक आतंकवादी हैं और देश का सबसे बड़े दुश्मन है, जिसे एजेंसियों को पकड़ना चाहिये। ऐसा है तो पकड़िये ना किस ने रोका है? सरकार है, Nonbiological प्रधानमंत्री है ंं और मणिपुर में विफलता के झंडे गाड़ने वाले शक्तिशाली गृहमंत्री भी है ंं फिर देर क्यों? कहीं इसलिये तो नहीं कि पता है कि सब झूठ है?
Congress Party's Resistance
कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने श्री राहुल गांधी के खिलाफ इन नफरती बयानबाजियों पर कड़ी आपत्ति और चिंता व्यक्त करते हुये प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इन पर रोक लगाने का आग्रह किया। इसका जवाब प्रधानमंत्री की बजाय बीजेपी पार्टी के अध्यक्ष श्री जे पी नड्डा की तरफ से आया। अच्छा तो ये होता कि प्रधानमंत्री ही जवाब देते नहीं तो कम से कम पत्र पर हस्ताक्षर ही कर देते। क्योंकि ऐसा नहीं करने से उनकी डिग्री पर शक करने वाले को बेवजह बल मिल जाता है।
खैर, नड्डाजी ने जो जवाब दिया उसने कांग्रेस की चिंता को और बढ़ा ही दिया। इस जवाब में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीजेपी के खिलाफ पूर्व दिये गये बयानों को गिनाते हुए श्री राहुल गांधी सहित पूरी कांग्रेस पार्टी को महाभारत कालीन शिशुपाल बना दिया। गजब बात है! नेता Nonbiological क्या हुआ पार्टी Mythological हो गई ? नड्डा जी अपने पत्र में ये भी बतला देते कि कथित शिशुपाल का वध तथाकथित भगवान् के सुदर्शन चक्र से होगा या किसी कुचक्र से? कम से कम कलयुगी देवता का पराक्रम तो पता चलता!
नड्डा जी के पत्र के बाद कांग्रेस पार्टी को यह यकीन हो गया गया है कि श्री राहुल गांधी के खिलाफ इस झूठे बयानबाजियों के पीछे बीजेपी पार्टी और सरकार दोनों का हाथ है। यहां तक कि आरएसएस प्रमुख ने भी इसका संज्ञान नहीं लिया है। ऐसे में इस पूरे प्रोपेगेंडा काे कांग्रेस पार्टी श्री राहुल गांधी की हत्या की एक साजिश मानती है। झूठ बोलकर ऐसा उन्मादी वातावरण बना दो जिसमें कोई सिरफिरा पैदा हो और वो श्री राहुल गांधी के साथ वैसा ही कुछ कर दे जैसा एक सिरफिरे नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी के साथ किया था। कांग्रेस पार्टी ने अपनी चिंता से तो देश को अवगत करा दिया ऐसे में देश को भी श्री राहुल गांधी के खिलाफ चल रहे मिथ्या प्रचार को जान लेने ने की जरूरत है। यथा
Insulted the country Abroad?
श्री राहुल गाँधी ने विदेश में देश का अपमान किया है ये पहला झूठ है। राहुल गाँधी ने अमेरिका में सरकार, बीजेपी पार्टी और संघ की आलोचना की है, देश की नहीं। उन्होंने 2024 के चुनाव और चुनाव आयोग पर जो सवाल उठाया वो भी गलत नहीं है क्योंकि चुनाव आयोग के पास ADR और Vote for democracy द्वारा उठाये गये सवालों के भी जवाब नहीं है। श्री राहुल गांधी ने महज सरकार के काम करने के तरीके और स्वायत संस्थाओं के पतन और जांच ऐजेन्सियों के दुरूपयोग साथ ही संघ की विचारधाराओं पर सवाल उठाये है पर ये सब देश नहीं है ं। देश का अपमान तब होता है जब हिन्दुस्तान के सर्वोच्च पद पर बैठा स्वघोषित अजैविक व्यक्ति विदेश में जाकर यह कहे कि 2015 से पहले भारत में जन्म लेने वालों को लगता था "पिछले जन्म में कौन सा पाप किया था जो हिन्दुस्तान में जन्म लेना पड़ा। ये कोई देश है, ये कोई सरकार है ये कोई लोग है!" यह अपने या भक्तो के बारे में कहा जाता तो भी क्षम्य था । सब को लपेट लिया। क्या हम सब पापी हैं तो फिर देश किसका और कैसा है ? बात करते हैं।
फिर भी कुछ लोगों को यदि यह लगता है कि श्री राहुल गाँधी को कम से कम विदेश में जा कर ये सब नहीं कहना चाहिये तो शायद उन्हें इंटरनेट की ताकत का अंदाज़ा नहीं ंहै। इसने सूचना तंत्र में ऐसी क्रांति ला दी है दुनिया के एक कोने से खबर दूसरे कोने में महज कुछ सेकेंड में पहुंच जाती है। ऐसे में श्री राहुल गांधी ने विदेश में वही बोला है जो देश में बोलते रहें हैं। आप क्या समझते हैं मंगलसूत्र छीनकर ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले को दे देगी या भैंस खोल लेगी जैसी गोबरबाजी तो देश में ही की गई थी तो क्या दुनिया इससे बेखबर रही थी। खुद की आँख बंद रख यह समझना कोई हमें नहीं देख रहा है ,तो हे बन्दे! ऐसा नहीं होता।
Insult to Sikhism?
दूसरा झूठा प्रचार राहुल गांधी को लेकर यह किया जा रहा है कि उन्होंने सिख धर्म का अपमान किया है। दरअसल श्री राहुल गांधी देश की वर्तमान परिस्थितियों पर जब बात कर रहे थे कि देश के अल्पसंख्यक परेशानी में हैं। क्या खायेंगे क्या पहनेंगे इसमें भी दखल दी जा रही है। उसी समय इसी सन्दर्भ में एक सिख युवक के पूछने पर यह कहा ऐसा ही चलता रहा तो वो समय भी आ सकता है आपकी पगड़ी पहनने, कड़ा पहनने, कृपाण रखने पर भी आपत्ति की जानी लगे। इसे ही लेकर बीजेपी और उनकी मीडिया ने ये झूठ गढ़ दिया कि राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो पगड़ी समाप्त कर देगी। ऐसा कब और कहां कहा ? श्री राहुल गांधी ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस के उक्त अंश के वीडियो को X पर डाल कर इस झूठ का पर्दाफाश भी किया है। इस प्रकरण में बहुतों को ऐसा लग सकता है श्री राहुल गांधी को इतना खोलकर नहीं बोलना चाहिये। पर समस्या ये है कि यदि दिल में कोई खोट ना हो तो दिल से आवाज खुल कर ही आती है, हां अगर कोई मन की बात करता हो तो उसकी बात अलग है।
Rahul Gandhi is a traitor?
श्री राहुल गांधी ने सिर्फ ये सच्चाई बतलाई की चीन की प्रगति भारत से अधिक है यदि चीन से आयात नहीं होगा तो भारत की प्रगति रूक जायेगी तो बीजेपी के नेता, मंत्री और गोदी मीडिया ने हंगामा मचा दिया। श्री राहुल गांधी को देशद्रोही और चीन समर्थक कहा जाने लगा। पर श्री राहुल गांधी ने गलत क्या बोला? 2022 के ही आंकड़े को लें तो भारत चीन से 110 बिलियन डॉलर समान की खरीदारी करता है और सिर्फ 15.3 बिलियन डॉलर का अपना समान उसे बेचता है। राहुल गांधी नहीं बोलते तो दुनिया को इसका पता ही नहीं चलता? बात करते हैं!दुनिया को सब पता है पर भक्तों को सुनने में कड़वी लगी है। सत्य कड़वा होता है पर सच्चाई तो यही है ना कि आज चीन हर मामले में अमेरिका को टक्कर दे रहा है हम अभी तक पाकिस्तान में ही लगे हुए हैं।
रही बात चीन समर्थक की तो इस कटघरे में उस राहुल गांधी को खड़ा करेंगे जिसने 2020 में गलवान घाटी में भारतीय जवानों के शहीद होने के समय से ही हल्ला मचा रखा है चीन ने हमारी हजारों किलोमीटर जमीनें हड़प ली है। या फिर इस कटघरे में उसे खड़ा करेंगे जिसने गलवान घटना पर यह कह कर कि ना तो कोई घुसा था और ना ही कोई घुसा हुआ है चीन को क्लीन चिट दी थी। इस मामले में वस्तुस्थिति क्या है जो अपने हैं ना काबिल एक जय और दो भाल! जरा उनसे पूछिये कि बार बार चीन से किस मुद्दे पर बात किया जा रहा है।
Rahul Gandhi is against reservation!
राहुल गांधी आरक्षण के खिलाफ है ं और उन्होंने कहा कि कॉंग्रेस सत्ता में आई तो आरक्षण खत्म कर देंगे यह बीजेपी द्वारा फैलाये जा रहे झूठ का एक और कुत्सित नमूना है। आरक्षण कब तक जारी रहेगा इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आरक्षण खत्म करने के बारे में हम तभी सोच सकते हैं जब भारत में भेदभाव समाप्त हो जायेगा अभी तो ऐसा नहीं है। उन्होंने इसी क्रम में यहां तक भी कहा इस भेदभाव का अंत करने के लिये आरक्षण के अलावा और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है।
फिर भी बीजेपी राहुल गाँधी के खिलाफ हर स्तर पर यह झूठ फैलाने में लग गई है कि राहुल ने आरक्षण खत्म करने की बात कही है। दरअसल 2024 के आम चुनाव में राहुल गांधी द्वारा बारबार संविधान की किताब लेकर जाति जनगणना करवाने और आरक्षण की सीमा 50% को खत्म करने की बात करने और इसे कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल करने से बीजेपी को जबरदस्त नुक्सान पहुंचा है। अत: वह इस झूठ के सहारे श्री राहुल गांधी की आरक्षण के जबरदस्त पैरोकार की इस छवि को तोड़ने का क्षुद्र प्रयास कर रही है।
Rahul Gandhi is the plotter of a coup
श्री राहुल गांधी के बारे में गोदी मीडिया द्वारा एक और हास्यास्पद खबर चलाया जा रहा है। इसके अनुसार श्री राहुल गांधी अमेरिका की मदद से भारत में तख्ता पलट का साजिश कर रहे हैं। मदद की उन्हें जरूरत ही क्यों पड़ेगी। यह तो जनतांत्रिक तरीके से ही इसीबार हो जाता वो तो Extra 2ab सामने आ गया। यह भी चलाया जा रहा है कि बंगलादेश में तख्ता पलट भी उन्होंने ही करवाया था। यह तो सभी जानते हैं कि अमेरिका और चीन में वर्चस्व के लिये प्रतिद्वन्दिता चल रही है। ऐसे में गोदी मीडिया को पहले यह निर्णय कर लेना चाहिए कि श्री राहुल गांधी चीन के समर्थक हैं कि अमेरिका के ! क्यों कि दोनों के तो हो नहीं सकते?दूसरी बात, अमेरिका चीनी वर्चस्व को रोकने के लिये भारत की मदद चाहता है वो भला भारत को अस्थिर करना क्यों कर चाहेगा? यह सोचने की बात है पर भला सोचने का काम यह मीडिया क्यों करेगी! ऐसा करने से इनके गोदीपना पर ही संकट उत्पन्न हो जायेगा ! उन्हें तो सिर्फ आदेश का पालन करना है।
जब पिछली यात्रा में ही किसी विदेशी पत्रकार ने श्री राहुल गांधी से पूछा था कि आप हमसे क्या मदद चाहते हैं तो उन्होने दो टूक जवाब दिया था हमें किसी की मदद नहीं चाहिए। यह हमारी समस्यायें है हम खुद ही इसका समाधान करेंगे। वैसे भी राहुल गांधी ने भारत की विदेश नीति का हमेशा समर्थन ही किया है। चीन ने जमीनें हड़पी हैं इसके खिलाफ वे आवाज जरूर उठाते रहे हैं पर यह सच्चाई है पर इसके लिये भी वो सिर्फ इतना चाहते हैं कि सरकार कोई कदम तो उठाये ,जिसे उनका समर्थन रहेगा। रही बंगला देश में तख्ता पलट की बात जिस देश को उनकी दादी ने बनाया और जिस शख्स मुजीबर रहमान को गद्दी पर बैठाया उसकी बेटी का तख्ता पलट वो क्यों करेंगे? दूसरे श्री राहुल गांधी में इस तरह की तख्ता पलट करवाने की ताकत है भी क्या ? यह सोचने की बात है!तख्ता पलट की हैसियत तो वही रख सकता है जो दो देशों के बीच युध्द रूकवाने का दावा करता है। फिर वही बात, सोचना नहीं थोपना है!
Rahul Gandh is a terrorist?
श्री राहुल गांधी को आतंकवादी बतलाना यह घटियापन की पराकाष्ठा है जिसने भी यह बात बोली है वह आज भले ही सत्ता के गरूर में हो पर इतना तय है उसकी स्वयं की आने वाली कई पीढ़ीयां उसकी कही इस बात के लिये शर्मशार होती रहेंगी। जिसकी अपनी दादी और पिता आतंक वाद का शिकार हुए हों और जिसने पिता के हत्या में दोषी नलिनी तक को माफ करने का दिल दिखाया हो तथा जिसने दादी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे से भी संसद में सहजता से बात की हो, जिसने अपने धुर विरोधी श्रीमती स्मृति ईरानी को ट्रोल होने से बचाया हो उसे आप आतंकवादी कैसे कह सकते हैं?आप फोटोशॉप वाली तसवीरों या पाकिस्तान के किसी मंत्री ने या किसी पन्नू सिंह की बातों पर यकीन करेंगे या उस व्यक्ति के उस कर्म को देखेंगे जिसने 4 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा कर देश भर में प्रेम और सदभावना का संदेश दिया है।
दरअसल श्री राहुल गांधी देश के आतंकवादी तो नहीं ही हैं पर बीजेपी पार्टी उसकी सरकार के लिये आतंक जरूर बन चुके हैं। उनकी लोकप्रियता एक अकेला सब पर भारी कहने वाले से आगे निकल चुकी है। हाल की हरियाणा और कश्मीर की रैलियों से यह बात स्पष्ट हे चुकी है।यदि चुनाव आयोग कोई चमत्कार नहीं करता है बीजेपी की दोनो जगह हार तय है। ऐसे में श्री राहुल गांधी के खिलाफ प्रोपेगेंडा का उद्देश्य उनकी छवि खराब कर उनकी लोकप्रियता को आघात पहुंचाने की है। पर यह अब संभव नहीं लगता। जहां तक हत्या की धमकियों की बात है तो दुनिया को डरो मत का संदेश देने वाले को डराया नही ंजा सकता । फिर रह क्या जाता है? विपक्ष के नेता की हत्या? पर ये तो तानाशाही होगी और बेवकूफ़ी भी! क्योंकि प्रजातंत्र कैसे खत्म होता है यह महान दार्शनिक सुकरात भले बता गये हों पर तानाशाही कैसे जाती है वो श्रीलंका और बंगलादेश ने हाल में ही दिखा दिया है ? ऐसे में यदि श्री राहुल गांधी को कोई भी शारीरिक नुक्सान पहुंचाया जाता है तो तय मानिये की 50 सालों तक शासन करने का दावा करने वाले अगले सौ सालों तक सत्ता में नहीं दिखेंगे।