खंडन - इस लेख में किये गए व्यंग्य, लेख की रोचकता बनाये रखने के लिये ही किया गया । यदि फिर भी किसी का दिल दुखे उसके लिये  Indianspolitical.com खेद व्यक्त करता है। 


                           मजाक -4

  

मोदी की गारंटी,  Modi's guarantee, फिर मोदी की गारंटी! अरे ये क्या बला है? पाकिस्तान पर फेकें जाने वाला कहीं कोई डिजिटल बम वम तो नहीं! क्या पता  टनटनाटन है तो मुमकिन है। परेशान झा जी ने सोचा चलो संसार के  हर झाड़ पर चल रहे हर गुल की खंड-खंड की खबर रखने वाले विजयजी से पूछ लेते हैं। 

ऐ विजयजी! विजयजी!

क्या है झा जी? 

मोदी की गारंटी का मतलब क्या होता है? 

आप भी हद करते हैं झाजी! इतना भी नहीं जानते! 

अच्छा  पहले ये बतलाइये आश्वासन का मतलब समझते हैं? विजयजी ने उल्टा सवाल दाग दिया। 


हां! अपने द्वारा भविष्य में किये जाने वाले

कार्य पर भरोसा दिलाने की वजनदार मौखिक व्यवस्था को आश्वासन कहते हैं। झाजी ने अपनी प्रतिभा दिखलाई।


वेरी गुड! और जुमला? इसका क्या मतलब है? विजयजी ने  फिर पूछ डाला। 

झा जी ने कुछ देर सोचा फिर उनकी प्रतिभा ने हथियार डाल दिये। 

ना में सिर हिला दिया । 

कोई बात नहीं! बोल सहानुभूति के अवश्य थे पर मुद्रा विजय की ही थी। फिर प्रवचनीय मुद्रा में बोले

जुमला का शाब्दिक अर्थ जो भी हो भारतीय राजनीति में यह इस्तेमाल किया जाने वाला ऐसा आश्वासन होता है जो देने वाला पहले से जानता है कि उसे पूरा नहीं करना है। दूसरे शब्दों में आश्वासन के नाम पर बोले गए झूठ को जुमला कहते हैं। समझे कि नहीं? 


चलिये समझ गया। 

अब गारंटी का मतलब भी तो बतला दीजिये।  झा जी की बेसब्री झलकने लगी थी। 

विजयजी कुछ कहते उससे पहले ही अपने गुरु को अभी-अभी पत्ते की हवा दे आ धमके मिश्रा जी की आवाज गूंजी। 

आप रह गए ना लोल के लोल। बकलोल!

बिना इंटरनेट के ईमेल भेज लेते हैं गारंटी का मतलब नहीं जानते! मैं बतलाता हूं।


भारतीय राजनीति में उर्दू शब्द जुमला का हिन्दी में सच छुपाने के लिये जिस अंग्रेजी शब्द का आवरण के रूप में इस्तेमाल किया जाता है उसे Guarantee कहते हैं। मिश्रा जी का ये System Analysis  झा जी को समझ  में नहीं आया। 


"मोदी की गारंटी" का मतलब क्या है कोई साफ साफ बतलायेगा? झा जी झुंझलाहट में चीख पड़े। 

यह 2024 के चुनाव में प्रयुक्त नयका जुमला है।

उतनी ही जोर की आवाज में 

 जवाब दे, 

विजयजी और मिश्रा जी  हंसने लगे। 

झा जी उन दोनों को वैसे ही ताकते रहे

जैसे चंडीगढ़ मेयर की मतगणना में अनिल मसिह सीसीटीवी कैमरे को ताक रहा था। 

जय हिन्द।